ओडिशा से रसगुल्ले की जंग जीतने के कुछ दिन बाद नादिया जिले में दो स्वयं सहायता समूहों ने एक साथ मिलकर एक विशाल रसगुल्ला बनाया है, जिसे उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा रसगुल्ला बताया जा रहा है। इस विशाल रसगुल्ले का वजन रस के साथ नौ किलोग्राम और बिना रस के छह किलोग्राम से अधिक। पांच पेशेवर हलवाइयों, सहायकों ने मिलकर इसे बनाया है।
फुलिया स्थित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों ने कहा कि इस रसगुल्ले के जरिए उन्होंने महान हलवाई हरदन मंडल को श्रद्धांजलि अर्पित की है। मंडल को देश के इस हिस्से में रसगुल्ले के वास्तविक आविष्कारक के रूप जाना जाता है। इस समारोह का आयोजन करने वाले स्वयं सहायता समूह 'जूनियर वन हंड्रेड' के सदस्य अभिनब बसाक ने कह कि नौ किलोग्राम के इस रसगुल्ले को बनाने में 150 किलोग्राम चीनी, साढ़े पांच किलोग्राम कॉटेज चीज और 400 ग्राम आटे की आवश्यकता पड़ी थी। यह एक अद्भुत क्षण था।
उन्होंने कहा कि हमने अपने मुहल्ले में 400 लोगों को यह मिठाई परोसी। हमने इस मौके पर रसगुल्ले को विभाजित कर सभी लोगों में बाटे।
फुलिया स्थित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों ने कहा कि इस रसगुल्ले के जरिए उन्होंने महान हलवाई हरदन मंडल को श्रद्धांजलि अर्पित की है। मंडल को देश के इस हिस्से में रसगुल्ले के वास्तविक आविष्कारक के रूप जाना जाता है। इस समारोह का आयोजन करने वाले स्वयं सहायता समूह 'जूनियर वन हंड्रेड' के सदस्य अभिनब बसाक ने कह कि नौ किलोग्राम के इस रसगुल्ले को बनाने में 150 किलोग्राम चीनी, साढ़े पांच किलोग्राम कॉटेज चीज और 400 ग्राम आटे की आवश्यकता पड़ी थी। यह एक अद्भुत क्षण था।
उन्होंने कहा कि हमने अपने मुहल्ले में 400 लोगों को यह मिठाई परोसी। हमने इस मौके पर रसगुल्ले को विभाजित कर सभी लोगों में बाटे।
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